LYRIC
Chamki Jawaani lyrics in hindi from the movie, Yamla Pagla Deewana. This song is sung by Master Saleem, Mamta Sharma & Daler Mehndi. Music composition by Laxmikant-Pyarelal, Anu Malik, RDB, Nouman Javaid, Sandesh Shandilya, Rahul Seth & Sanjoy Chowdhary with lyrics inscribed by Anand Bakshi, RDB, Rahul Seth, Nouman Javaid, Anu Malik, Irshad Kamil & Dharmendra. The soundtrack album is released under One Up Entertainment & Top Angle Productions label.
खोली जो बोतल तू ने यारा
ोये दिल पे बिजली कोंडी
अरे कोंडी रे भैय्या कोंडी
और ऐसी कोंडी के कुंडी कुंडी
दुनिया हमरे पीछे है
और हम तुझ पे होली होली
ाराय होली होगये भैय्या
हम तुम पे होली होगये
तुम्हारे ऊपर होली होगये होली
अम्मा
और इसी भेंस क
साथ होगी घटना
हम्म…मेरी चमकि मस्त जवानी का
है चर्चा सभी दुकानों में
देखे कईं छिछोरी
तुझ से मैं ने इन्हीं ठिकानों में
ओ तेरी चमकि जवानी का है चर्चा
गली गली दुकानों में
उठा के ले जायेंगे तुझे हम
दाल के पिस्तौल कानों पे
तू क्या ले जाएगा मुझे
तू तो सड़ेगा जा के थानों में
हमरी धुन पे नाच ले चमकि
सरक के ही दीवानों में
हम चोर हैं पक्के ज़ुबानों के
मत छोड़ ये तीर कमानों से
हम चोर हैं पक्के ज़ुबानों के
मत छोड़ ये तीर कमानों से
ढाई किलो के हाथ की
महिमा जाने दुनिया सारी
चुप्पी चुप्पी आती है
या दूँ मैं खर्चा पानी
मो कूँ समझ न आये
लल्लू तेरी टेडी बातें
छेड़ें और सताएं
तेरे बण्डल फेक इशारे
कर्रेंसी पर बात तू चामिया
न कर बात मानाजी
हमरी धुन पे नाच ले चमकि
सरक के ही दीवानों में
अरे..तू क्या ले जाएगा मुझे
तू तो सड़ेगा जा के थानों में
हम चोर हैं पक्के ज़ुबानों के
मत छोड़ ये तीर कमानों से
हम चोर हैं पक्के ज़ुबानों के
मत छोड़ ये तीर कमानों से
छलकाये चाँद आइये
आप की आँखों के नाम
होंटों के नाम
होंटों के नाम
चोर नज़र का पड़ा जो ढाका
दिल की चोरी होगयी
पहले थी मैं शक्कर सी
अब नमक की पूरी होगयी
ो…तू तो लागे पान के
जैसी हमरे मन को लुभाती
आँखें तेरी कत्थे जैसी
बातें चूना लगाती
फ्री फण्ड में मिले न
बाबू जखने पान बनारसी
तू क्या ले जाएगा मुझे
तू तो सड़ेगा जा के थानों में
हमरी धुन पे नाच ले चमकि
सरक के ही दीवानों में
हम चोर हैं पक्के ज़ुबानों के
मत छोड़ ये तीर कमानों से
हम चोर हैं पक्के ज़ुबानों के
मत छोड़ ये तीर कमानों से
हम जैसे न हैं ज़माने में
जा के मुँह धो के ा पहले नाले में
आ…अरे इतना तू काहे अकड़ती है
मैं हूँ सर्दी सी जो जकड़ती है
तेरी बातें गरम मसाला हैं
जिस को कडके में डाला है
अब फूटले बस तू छुपले थे
नहीं अब तू पीटने वाला है
अच्छा बाबा मान गए हम
तुझ सा ना है ज़माने में
हमरी धुन पे नाच ले चमकि
धूम मची दीवानों में
तू ही ले जायेगा मुझे
मैं भी चलूंगी संग
तेरे थानों में
हम चोर हैं पक्के ज़ुबानों के
मत छोड़ ये तीर कमानों से
हम चोर हैं पक्के ज़ुबानों के
मत छोड़ ये तीर कमानों से
मेरी चमकि मस्त जवानी का है
चर्चा सभी दुकानों में